By Admin
/ Date :- 19 Apr 2025
भारत अपने विविध मसालों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। इन्हीं मसालों में एक है — भूत झोलकिया, जिसे दुनिया की सबसे तीखी मिर्चों में गिना जाता है। यह मिर्च असम, नागालैंड और मणिपुर जैसे उत्तर-पूर्वी राज्यों में उगाई जाती है, और इसका स्वाद ऐसा है कि केवल एक छोटा टुकड़ा भी आपकी जीभ को झुलसा सकता है। भूत झोलकिया: नाम और पहचान "भूत झोलकिया" को अंग्रेज़ी में "Ghost Pepper" के नाम से भी जाना जाता है। इसका नाम ‘भूत’ इसलिए पड़ा क्योंकि यह मिर्च इतनी तीखी है कि इसे खाने के बाद मानो आत्मा ही बाहर निकल जाए! इसे गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी 2007 में दुनिया की सबसे तीखी मिर्च के तौर पर दर्ज किया गया था। कितनी तीखी है ये मिर्च? भूत झोलकिया की तीखापन को Scoville Heat Units (SHU) में मापा जाता है, जो तीखापन मापने की एक अंतरराष्ट्रीय इकाई है। भूत झोलकिया की तीव्रता होती है – 10 लाख से 13 लाख SHU। तुलना करें तो साधारण लाल मिर्च की तीव्रता मात्र 30,000 से 50,000 SHU होती है। यानि यह मिर्च आम मिर्च की तुलना में 20 से 30 गुना ज़्यादा तीखी होती है! स्वास्थ्य में इसके फायदे भले ही यह मिर्च बेहद तीखी हो, लेकिन इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं: इसमें कैपसाइसिन की मात्रा अधिक होती है, जो दर्द निवारण, पाचन सुधार और चयापचय बढ़ाने में सहायक होता है। यह मिर्च एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर होती है। इसे सीमित मात्रा में इस्तेमाल करने से वजन घटाने और ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में भी मदद मिलती है। क्यों है इतनी महंगी? भूत झोलकिया की खेती सीमित क्षेत्रों में होती है और यह बेहद कठिन प्रक्रिया है। इसकी देखरेख, कटाई और सुरक्षित पैकिंग में मेहनत ज़्यादा लगती है। इसी कारण इसकी कीमत बाजार में 3000 से 5000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाती है। कैसे करें उपयोग? इस मिर्च का इस्तेमाल बहुत ही सावधानी से किया जाता है: चटनी, अचार या सॉस बनाने में इसकी थोड़ी मात्रा इस्तेमाल होती है। सेना में इसका प्रयोग ग्रेनेड में भी किया जाता है ताकि दुश्मनों को असहज किया जा सके! निष्कर्ष भूत झोलकिया सिर्फ एक मिर्च नहीं, बल्कि भारतीय मसालों की तीव्रता और विविधता का प्रतीक है। इसकी तीव्रता जहां इसे खास बनाती है, वहीं इसके औषधीय गुण इसे सेहत के लिए भी लाभकारी बनाते हैं — बस सही मात्रा और सही तरीके से उपयोग करें।